कादर खान , एक ऐसा नाम जिन्होंने बॉलीवुड में अपनी दमदार अदाकारी और डायलॉग डिलीवरी से हमेसा दर्शकों का दिल जीता था ऐसा कोई भी किरदार नहीं था जिसे उन्होंने किया न हो. विलेन, चरित्र अभिनेता और कॉमिक कैरेक्टर. कादर खान ने सभी किरदारों को बखूबी निभाया है. अदाकारी के अलावा पटकथा और संवाद लेखन में भी उनका कोई सानी नहीं था. 1970 और 1980 के दौरान कई फिल्मों को बेजोड़ बनाने में कादर खान का बहुत बड़ा योगदान रहा । .
कादर खान के अभिनय करियर की बात करें तो शुरुआत से एक लंबे समय तक उन्होंने फिल्मों में नकारात्मक किरदार निभाए. हालांकि बाद में उन्होंने चरित्र भूमिकाएं और कॉमिक किरदारों को भी बखूभी निभाए थे विलेन के तौर पर कादर खान की गिनती टॉप अभिनेताओं में थी. फिर भी उन्होंने इसे छोड़ने का फैसला किया. दरअसल, निगेटिव किरदार छोड़ने के पीछे कादर खान की निजी वजहें थीं.
इसके पीछे बच्चे और परिवार थे. एक इंटरव्यू के दौरान नकारात्मक रोल छोड़ने के सवाल पर कादर खान ने बताया था, "जब बच्चे स्कल से आते थे तो कभी उनकी नाक के पास खून बह रहा होता था, कभी मुंह पर सूजन आई हुई होती थी. वो रो कर कहते थे कि स्कूल में बच्चे चिढ़ाते हैं कि तेरा बाप पूरी फिल्म में तो शेखी मारता है, लेकिन आखिर में तो मार खाता है."
कादर खान ने बताया था,कि "जब मैंने देखा कि मेरे रोल की वजह से बच्चों की जिंदगी में दिक्कत आ रही है. तो मैंने सोचा कि मुझे निगेटिव किरदार नहीं करना चाहिए."
जाने कादर खान के फिल्मी करियर के बारे में कुछ रोचक बाते जो उन्हें बॉलीवुड के बड़े कलाकारों शुमार करती है
चलये जानते है पहली बार किस फिल्म में निभाया था कादर खान ने कॉमेडी किरदार उन्ही की जुबानी ।
"उन्हीं दिनों में मद्रास की एक फिल्म हिम्मवाला (जितेंद्र) मेरे पास आई. फिल्म मैंने लिखी. वो प्रोड्यूसर को बेहद पसंद आई. मैंने उस फिल्म में पहली बार कॉमेडी की. उस फिल्म ने पूरे हिंदुस्तान में धमाल मचा दिया. पहले तो हर जगह हीरो और हीरोइन के बैनर लगे थे, लेकिन एक हफ्ते बाद वो बैनर उतरने लगे और मेरे बैनर लग गए. यहीं से मेरी कॉमेडी का सफर शुरू हुआ."
चलये जानते किस फिल्म से किया था कादर खान ने फिल्म डेब्यू
कादर खान ने 1973 में फिल्म दाग से बॉलीवुड में डेब्यू किया. इस फिल्म में वो एक वकील के मामूली से रोल में नजर आए थे. इसके बाद तो खून पसीना और शराबी जैसी कई फिल्मों में कादर खान ने अपने अदाकारी से बॉलीवुड जगत में अपना नाम बड़े कलाकारों में शामिल कर लिया ।
लेकिन अब पिछले साल कादर खान को घुटने की बीमारी के इलाज के लिए 2017 में कनाडा लाया गया थे वे काफी उम्रदराज हो गए थे . उनका इलाज भी चला,रहा था लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका. कुछ सालों से कादर खान फिल्मी दुनिया से दूर हो गए थे. उन्हें चलने में परेशानी थी. सार्वजनिक मौकों पर भी वह कम नजर आने लगे थे
अब लंबी बीमारी के बाद बॉलीवुड के हरफनमौला कलाकार कादर खान का कनाडा में निधन हो गया. वो 81 वर्ष के थे. आखिरी वक्त में उनके साथ परिवार मौजूद रहा. सूत्रों की मानें तो आज यानी बुधवार को कनाडा में सीनियर एक्टर कादर खान को सुपुर्द-ए-ख़ाक किया जाएगा. हमारे सूत्रों के मुताबिक सुपुर्द-ए-ख़ाक करने से पहले सीनियर एक्टर कादर खान की बॉडी को मस्जिद में रखा जाएगा, जहां नमाज और दूसरी आखिरी रस्में निभाई जाएंगी.
कादर खान के बेटे सरफराज रविवार को टोरंटो में अपनी मां के साथ पहुंचे थे. लेकिन उनका पिता से मिलना नहीं हो सका, क्योंकि एक्टर कादर खान की तबियत काफी बिगड़ गई थी और वे कोमा में चले गए थे. कादर खान के बेटे सरफराज खान ने मंगलवार को पिता के निधन की सूचना दी. वो 16-17 सप्ताह तक अस्पताल में रहे. कुछ राजनीति के बड़े नेताओ और बॉलीवुड की सभी बड़े कलाकारों ने उनकी इंतक़ाल पर शोक प्रकट किया ।
कादर खान अपने परिवार के साथ कनाडा में ही रहते हैं. आपको बताते चले 1937 में कादर खान का जन्म अफगानिस्तान के काबुल में हुआ था. बचपन में उनका परिवार मुंबई आ गया था. दिल से हिंदुस्तानी कादर खान ने कनाडा में खिरी सांस ली. हालांकि वो भारत लौटना चाहते थे.
कादर खान ने हिंदी सिनेमा में 300 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय किया. करीब 250 फिल्मों में पटकथा और संवाद लेखन किया. 70 के दशक में जाने माने स्क्रीन राइटर थे. फिल्मों में काम करने से पहले कादर खान कॉलेज इमं पढ़ाते थे. वे बॉम्बे यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग ग्रैजुएट थे. बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी है. उर्दू पर उनकी उम्दा पकड़ थी. आज भी उनके लिखे संवाद लोगों की जेहन में ताजा है.
चार दशक से लंबे करियर में कादर खान ने कई फिल्मों में उम्दा अभिनय किया. इस दौरान हिंदी की कई सुपरहिट फिल्मों की कहानियां और संवाद कादर खान ने लिखे. मनमोहन देसाई और प्रकाश मेहरा की तमाम फिल्मों की पटकथा और संवाद कादर खान ने लिखे. इनमें से कई फिल्मों ने अमिताभ को हिंदी सिनेमा का महानायक बनाया. सिनमा जगत में बॉलीवुड की सबसे बड़ी फिल्म शोले की पटकथा और डायलॉग्स
भी कादर खान ने ही लिखे थे
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